Tuesday, September 13, 2011

DOST (FRIEND) - HINDI POEM

मेरी हमदम/मेरी दोस्त


ऐ मेरी हमदम/मेरी दोस्त
तुम मेरी धड़कन
तुम ही मेरी प्रीत हो
तुम ही मेरी सांसों का संगीत हो।

तुम मेरी आस
तुम ही मेरी प्यास
तुम ही मेरा विश्वास हो
तुम मेरी प्रेरणा
तुम ही मेरा अस्तित्व
तुम ही मेरा संसार हो
तुम मेरी सोच


तुम ही मेरी कश्ती का साहिल
तुम ही मेरी कल्पना का विस्तार हो
तुम मेरी आस
तुम ही मेरी प्यास
तुम ही मेरा  विश्वास हो

तुम मेरी गंगा
तुम ही मेरी संजीवनी
तुम ही मेरे जीवन का सार हो

तुम मेरी परेशानियों का हल
तुम ही ज़ख्मों की मरहम
तुम ही मेरे हर सवाल का जवाब हो
तुम मेरी स्वर्णिम सुरभि
तुम ही मेरी चंदा
तुम ही मेरी आकाशगंगा हो

तुम मेरी पूजा
तुम ही मेरी आराधना
तुम ही मेरे प्राण हो
तुम ही मेरे लिए ईश्वर
 का वरदान हो, ईश्वर का वरदान हो।

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